वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
Devotees who chant these verses with powerful enjoy become prosperous by the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to acquire youngsters, have their wants fulfilled just after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
दिल्ली Shiv chaisa के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
शिव चालीसा का पाठ करने से shiv chalisa lyricsl आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।